अà¤à¤¿à¤¨à¤µ कला परिषद की सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ मंडित कला यातà¥à¤°à¤¾
कलाओं को कालाकार जीवित रखते हैं और कलाकारों को समाज जीवित रखता है। समाज के पास या तो संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤ होती हैं या संसà¥à¤¥à¤¾-मà¥à¤•à¥à¤¤ लोकमंच। हमारी समसà¥à¤¤ लोक-कलाओं का पोषण संसà¥à¤¥à¤¾-मà¥à¤•à¥à¤¤ लोकमंच ने ही किया है। अब संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤ à¤à¥€ या तो ...